Birthday Special: वो दो सबसे बेहतरीन और तूफानी पारियां जिसने धोनी को बनाया क्रिकेट का धुरंधर!
नई दिल्ली- भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तानें में से एक महेंद्र सिंह धोनी आज यानी 7 जुलाई को अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं। धोनी का जन्म आज ही के दिन 1981 को रांची के एक साधारण परिवार में हुआ था।महेंद्र सिंह धोनी ने विकेट के आगे और पीछे दोनों जगहों पर अपना दबदबा कायम किया है। धोनी पिछले कुछ समय से क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन उनके चाहने वालों के लिए उनकी दीवानगी आज भी कायम है। धोनी के 40वें जन्मदिन पर जानते हैं उनसे जुड़े कुछ अनसुने तथ्य…
फुटबॉलर से सबसे सफल क्रिकेटर तक
हाथ में बल्ला और ग्लव्स पहनने से पहले महेंद्र सिंह धोनी फुटबॉल और बैडमिंटन खेलते थे। इन दोनों खेलों में भी धोनी का कोई सानी नहीं था। फुटबॉल में महेंद्र सिंह धोनी जिला और क्लब लेवल के खिलाड़ी रह चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि धोनी के स्कूल कोच ने उन्हें फुटबॉल छोड़कर क्रिकेट खेलने की सलाह दी थी। स्कूल कोच की सलाह को मानते हुए धोनी ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था और आज पूरी दुनिया जानती है कि धोनी क्रिकेट की दुनिया के बेताज बाहशाह है।
सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी
इसमें कोई शक नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक है। महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी की तीन ट्रॉफी(विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और टी20) जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान है। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 में टी-20 विश्व कप, 2011 में विश्व कप(50-50) और 2013 में चैपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता चुके हैं। इसके अलावा धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट और वनडे प्रारुप में नंबर एक पायदान तक पहुंच चुकी है।
धोनी की दो सबसे खतरनाक पारियां
महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था, लेकिन धोनी को हेलमेट उतारकर बल्ला दिखाने का सपना पूरा करने में करीब चार माह लगे थे। धोनी ने विशाखापट्टनम में पाकिस्तान के खिलाफ अपना शतक लगाया था। इस पारी के दौरान धोनी के बल्ले से 148 रन निकले थे, जिसने पाकिस्तानी गेंदबाजी आक्रमण का दम निकाल कर रख दिया था। धोनी ने मात्र 123 गेंदों पर 148 रन बनाए थे। धोनी की यह पारी उनकी सबसे यादगार पारियों में एक है।
183 रनों की यादगार पारी
इस पारी के अलावा अगर बात करें, तो धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ जयपुर के मानसिंह स्टेडियम में 183 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी, वनडे क्रिकेट में धोनी का यह सर्वोच्च स्कोर भी है। श्रीलंका के खिलाफ धोनी का बल्ला ऐसा चला कि उन्होंने 145 गेंदों में 183 रनों की बेहतरीन पारी खेल डाली। इस दौरान धोनी ने 10 छक्के और 15 चौके लगाए थे। यह पारी धोनी की सबसे यादगाार पारियों में एक है। इन पारियों के बाद धोनी में साबित कर दिया था कि क्यों टीम को उनकी जरुरत है।
सबसे ज्यादा स्टंपिंग
धोनी विकेट के आगे और पीछे दोनों जगह अपना जलवा दिखाया है। विकेट के आगे उनकी सफल कहानी के बाद विकेट के पीछे उनके जलवे की बात करते है। धोनी के नाम (टेस्ट और वनडे) में सबसे ज्यादा स्टपिंग करने का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है। धोनी ने कुल 322 पारियों में से 113 स्टंपिंग की है। इस मामले में कुमार संगाकार और एडम गिलक्रिस्ट जैसे विकेटकीपर धोनी से पीछे है।