सचिन तेंदुलकर नहीं बल्कि इस महिला क्रिकेटर के नाम है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्रिकेट बोर्ड और कई अन्य हितधारकों के साथ मिलकर महिला क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने का काम किया है, लेकिन यह अभी भी एक पुरुष-प्रधान खेल है। महिला क्रिकेट का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है लेकिन फिर भी यह कभी-कभी उस ध्यान और लोकप्रियता के लिए तरस जाता है जिसका वह हकदार है। महिला क्रिकेट का एक कारण अभी भी पिछड़ना शायद जागरूकता है।
कई लोगों को लगता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के नाम हैं लेकिन हम रिकॉर्ड बुक में जाकर देखें तो यह सही साबित नहीं होता। यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की पूर्व महिला कप्तान, बेलिंडा क्लार्क के नाम हैं। उन्होंने सचिन से 13 साल पहले 1997 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया था।
उस मैच में डेनमार्क के खिलाफ ओपनिंग करने उतरी क्लार्क ने 155 गेंदों में नाबाद 229 रन की पारी खेली थी। 13 साल तक वहीं एक ऐसी खिलाड़ी थी जिनके नाम दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड था।
साल 2010 में, सचिन तेंदुलकर पहले पुरुष खिलाड़ी बने थे जिन्होंने क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा था। उसके अगले साल सचिन के ओपनिंग पार्टनर वीरेंद्र सहवाग भी इस सूची में शामिल हो गए थे, ऐसा लग रहा था कि इस दशक की शुरुआत भारतीय खिलाड़ियों के दोहरे शतक के साथ शुरु हुई है क्योंकि 2013 में रोहित शर्मा ने भी अपना पहला दोहरा शतक जड़ लिया था। मार्टिन गप्टिल, क्रिस गेल और फखर जमान तीन और खिलाड़ी है जिनका इस सूची में नाम शामिल है।
क्लार्क सूची में एकमात्र महिला क्रिकेटर नहीं हैं। न्यूजीलैंड की हरफनमौला खिलाड़ी अमेलिया केर, जो अभी 19 साल की हैं, ने 2018 में दोहरा शतक बनाया था। केर केवल 17 साल की थीं, जब उन्होंने उच्चतम स्तर पर अपना पहला शतक जड़ा था।
उन्होंने डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ 145 गेंदो में 232 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उस मैच में उन्होंने गेंदबाजी से भी कमाल दिखाया और 7 ओवर में दो मेडन फेंकते हुए 5 विकेट लिए। 2017 में भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा भी इस सूची में शामिल होने के करीब पहुंची थी लेकिन वह 188 रनों पर आउट हो गई थी।