आईपीएल 2017 के बाद बदली किस्मत, गांव के गरीब खिलाड़ियों के लिए इस खिलाड़ी ने खोली अकादमी
इंडियन प्रीमियर लीग ने अभी तक भारतीय क्रिकेट को कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिए है। ऐसा ही एक नाम इस सीजन भी सामने आ रहा है। जी हां, हम बात कर रहें है सनराइजर्स हैदराबाद के यॉर्कर स्पेशलिस्ट गेंदबाज टी नटराजन के बारे में।
आज से 6 साल पहले की बात करें तो नटराजन भी एक ऐसा ही युवा थे जो टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे।
नटराजन के पिता एक कपड़ा मिल में दिहाड़ी मजदूर थे। उनकी माँ सड़क किनारे खाने का स्टॉल चलाती है। जब कोच ए जयप्रकाश की इस प्रतिशाली गेंदबाज पर नज़र पड़ी तो वह चेन्नई चले गए।
यहां से बदल गई थी इस युवा तेज गेदंबाज की किस्मत
2016 टीएनपीएल टूर्नामेंट के दौरान इस युवा तेज गेंदबाज पर हर किसी कि नज़र थी। और 2017 आईपीएल नीलामी के दौरान उन्हें 3 करोड़ में किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीद लिया। यह अबतक के आईपीएल ऑक्शन में एक अनकैप्ड खिलाड़ी को मिलने वाली सबसे ज्यादा राशि थी। नटराजन ने अपनी तीन बहनों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया और अपने माता-पिता के लिए एक घर का निर्माण किया।
लेकिन यह खिलाड़ी यही नहीं रुका और अब वह अपने दोस्तों की मदद से अपने गांव में एक क्रिकेट अकादमी चलाते है, जिसके चलते ग्रामीण खिलाड़ियों को फ्री में गुणवत्तापूर्ण कोचिंग मिलती है। चिन्नापम्पपट्टी में नटराजन क्रिकेट अकादमी अभी तक लगभग 60 खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर चुकी है। उनमें से, 30 से 40 खिलाड़ी नियमित रूप से हर रोज कोचिंग के लिए आते हैं।
प्रतिदिन सुबह 7 से शाम 7 बजे तक, के कृष्णकुमार से संबंधित डेढ़ एकड़ भूमि में स्थित अकादमी, जो नटराजन के मित्र भी हैं, कई खिलाड़ियों को नेट प्रैक्टिस करते देखते हैं।
मुख्य कोच एन प्रकाश (36) ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “अकादमी शुरू करने का एकमात्र उद्देश्य कई नटराजन तैयार करना था, जिनके पास बुनियादी अवसरों की कमी है।” अकादमी ने पहले ही जी पेरियासामी जैसे खिलाड़ी भी दिए है। नटराजन की तरह पेरियासामी ने भी काफी टेनिस-बॉल क्रिकेट खेला है।
टी नटराजन ने इस सीजन अबतक खेले 7 मैचों में 7 विकेट चटकाए है।