न युवराज और न सहवाग आप जानते है भारत के लिए टी-20 में किसने लगाया था पहला अर्धशतक?
युवा कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व में, भारत ने क्रिकेट बिरादरी को चौंका दिया जब उन्होंने 2007 में टी 20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण को जीता। 50 ओवर के विश्व कप में उनके खराब प्रदर्शन को देखते जो कि उस साल की शुरुआत में हुआ था, मेन इन ब्लू की टीम उस टूर्नामेंट के लिए पसंदीदा नहीं मानी जा रही थी। लेकिन धोनी की अगुवाई वाली टीम ने खेल के नए प्रारूप को अपने हाथों से फिसलने नहीं दिया।
टूर्नामेंट के दौरान, युवराज सिंह ने इतिहास रचा जब उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड को एक ओवर में छह छक्के लगाए, जिसके बाद वह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में यह मुकाम हासिल करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे। युवराज का रिकॉर्ड आज भी प्रशंसकों की यादों में है, लेकिन एक रिकॉर्ड अब भी ऐसा है जो किसी के ध्यान में नहीं आया और वो रिकॉर्ड यह है कि भारत के लिए टी-20 में पहला अर्धशतक किस खिलाड़ी ने बनाया था।
भारत के लिए रॉबिन उथप्पा ने सबसे पहले टी-20 प्रारूप में शतक जड़ा था, जब वह टी-20 विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ लीग चरण के मैच में बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे। पहले ओवर में गौतम गंभीर का विकेट गंवाने के बाद उथप्पा मैदान पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। उस समय मोहम्मद आसिफ शानदार गेंदबाजी कर रहे थे और अगले छह ओवर में उन्होनें वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और दिनेश कार्तिक के विकेटों के साथ भारत को 36/4 पर रोक दिया।
उथप्पा नियमित विकेटों के पतन से परेशान थे और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने शाहिद अफरीदी की गेंद पर सिंगल लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। अगली ही गेंद पर वह सोहेल तनवीर की गेंद पर आउट हो गए थे।
विडंबना यह है कि उथप्पा ने उसके बाद 12 टी-20 मैच और खेले लेकिन हर बार वह 50 रन के आकड़े को छूने में असफल रहे। अनुभवी टी-20 खिलाड़ी ने हाल ही में कहा था कि उनके अंदर अभी एक और टी-20 विश्वकप खेलने की शक्ति है लेकिन इस स्तर पर वापसी करना बेहद मुश्किल हैं।
भारत- पाकिस्तान के बीच टी-20 विश्वकप के उस मैच में क्या हुआ था-
उथप्पा के अर्धशतक की बदौलत भारत 20 ओवरों में 141 रनों का स्कोर बनाने में सफल रहा। पाकिस्तान अंतिम दो गेंदो में एक रन बनाने में विफल रहा और मैच टाई में समाप्त हुआ। भारत ने यह मैच बॉल आउट में 3-0 से जीता था और उस दौरान पाकिस्तान का एक भी गेंदबाज स्टम्प्स नहीं गिरा पाया था।