भारतीय पहलवान सुमित मलिक को डोप टेस्ट में फेल होने के कारण किया गया निलंबित
ओलंपिक की तयारी कर रहे भारतीय पहलवान सुमित मलिक को हाल ही में बुल्गारिया में क्वालीफायर के दौरान डोप टेस्ट में विफल होने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है, यह भारत के लिए एक शर्मिंदगी का दौर होगा। क्योंकि टोक्यो में हो रहे ओलंपिक खेलो में बस कुछ ही हफ्तो का समय बाकी हैं।
भारत के लिए डोप टेस्ट में विफल होने का यह पहला मामला नहीं होगा, इससे पहले भी भारत की ओर से ओलंपिक की तयारी कर रहे नरसिंह पंचम यादव भी टेस्ट में विफल हो गए थे। जिसके लिए उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा गया था।
2018 में हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जितने वाले सुमित मलिक ने बुल्गारिया स्पर्धा में 125 किग्रा वर्ग में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था 23 जुलाई से शुरू होने जा रहे ओलंपिक में भारत की और से खेलने वाले भारतीय पहलवान सुमित मलिक का सपना इसके साथ ही खत्म हो गया है।
घुटने की चोट से जूझ रहे मलिक
28 साल के मलिक घुटने की चोट से जूझ रहे हैं यह चोट उन्हें ओलंपिक क्वालीफायर शुरू होने से पहले राष्ट्रीय शिविर के दौरान लगी थी। अप्रैल में पहलवान सुमित मलिक ने अल्माटी में एशियाई क्वालीफायर में भाग लिया था, लेकिन तब वह कोटा हासिल करने में सफल नहीं हो पाय थे।
मई में आयोजित सोफिया में विश्व ओलंपिक क्वालीफायर में सुमित मलिक ने फाइनल में पहुंचकर कोटा अर्जित किया, पर घुटने की चोट के कारण उन्होंने यह मौका गंवा दिया। ओलंपिक से पहले घुटने की चोट को ठीक करने के लिए सुमित मलिक ने एक योजना बनाई जिसके लिए वह पोलैंड की एक्सपोजर यात्रा को छोड़ने वाले थे।
सूत्रो से यह पता चला है की सुमित मलिक ने दवा के रूप में कुछ ड्रग ले लिया होगा, जिसकी वजह से वह डोप टेस्ट में फेल हो गए। क्योकि अपने घुटने की चोट के इलाज के लिए मलिक कोई आयुर्वेदिक दवा ले रहे थे।